लखियत कालिंदी अति कारी
लखियत कालिंदी अति कारी पद की व्याख्या लखियत कालिंदी अति कारी। अहौ पथिक कहियौ उन हरि साँ, भयी बिरह …
लखियत कालिंदी अति कारी पद की व्याख्या लखियत कालिंदी अति कारी। अहौ पथिक कहियौ उन हरि साँ, भयी बिरह …
बिन गोपाल बैरिनि भई कुंजैं पद की व्याख्या बिन गोपाल बैरिनि भई कुंजैं। तब ये लता लगति अति सीतल, …
ऊधौ भली करी ब्रज आए पद की व्याख्या ऊधौ भली करी ब्रज आए बिधि कुलाल कीन्हे काँचे घट, ते …
मधुकर स्याम हमारे चोर पद की व्याख्या प्रसंग आचार्य रामचंद्र शुक्ल द्वारा संपादित ‘भ्रमरगीत सार’ से उद्धृत पद मधुकर …
ऊधौ अँखियाँ अति अनुरागी पद की व्याख्या ऊधौ अँखियाँ अति अनुरागी | इकटक मग जोवतिं अरु रोवतिं, भूलेहुँ पलक …
उर में माखन चोर अड़े पद की व्याख्या उर में माखन चोर अड़े। अब कैसेहू निकसत नहिं ऊधो! तिरछे …
हमारे हरि हारिल की लकरी पद की व्याख्या हमारे हरि हारिल की लकरी। मन बच क्रम नंदनंदन सों उर …
निर्गुन कौन देस को बासी पद की व्याख्या निर्गुन कौन देस को बासी ? मधुकर! हँसि समुझाय, सौंह …
आयो घोष बड़ो व्योपारी पद की व्याख्या आयो घोष बड़ो व्योपारी। लादि खेप गुन ज्ञान-जोग की ब्रज में आन …