न को हार नह जित्त पद की व्याख्या
न को हार नह जित्त पद की व्याख्या न को हार नह जित्त, रहेइ न रहहि सूरर्वर । घर …
न को हार नह जित्त पद की व्याख्या न को हार नह जित्त, रहेइ न रहहि सूरर्वर । घर …
भई जु आनि अबाज आय सहाबुद्दीन सुर पद की व्याख्या भई जु आनि अबाज, आय सहाबदीन सुर । आज …
निकट नगर जब जान, जाय वरि विंद उभय मय पद की व्याख्या निकट नगर जब जान, जाय वरि विंद …
बज्जिय घोर निसान रान चौहान चहुं दिस पद की व्याख्या बज्जिय घोर निसान, रान चौहान चहुं दिस। सकल सूर सामंत, …
सुनि गज्जनै आवाज पद की व्याख्या सुनि गज्जनै आवाज, चढ्यो साहाबदीन बर। पुरासान सुलतान, कास काविलिय मीर घर। जंग …
उहै घरी उहि पलनि, उहै बिना पद की व्याख्या उहै घरी उहि पलनि, उहै बिना यर उहै सजि । …
प्रिय प्रथिराज नरेस जोग लिखि पद की व्याख्या प्रिय प्रथिराज नरेस, जोग लिखि कग्गर दिन्नौ । लगुनि बरगि रचिं …
कुट्टिल केस सुदेस पद की व्याख्या कुट्टिल केस सुदेस, पौहप रवियत पिक्क सद । कमलगंध वयसंध, हंसगति चलत मन्द …