बिन गोपाल बैरिनि भई कुंजैं पद की व्याख्या
बिन गोपाल बैरिनि भई कुंजैं पद की व्याख्या बिन गोपाल बैरिनि भई कुंजैं। तब ये लता लगति अति सीतल, …
बिन गोपाल बैरिनि भई कुंजैं पद की व्याख्या बिन गोपाल बैरिनि भई कुंजैं। तब ये लता लगति अति सीतल, …
ऊधौ भली करी ब्रज आए पद की व्याख्या ऊधौ भली करी ब्रज आए बिधि कुलाल कीन्हे काँचे घट, ते …
मधुकर स्याम हमारे चोर पद की व्याख्या प्रसंग आचार्य रामचंद्र शुक्ल द्वारा संपादित ‘भ्रमरगीत सार’ से उद्धृत पद मधुकर …
कान्ह भए बस बांसुरी के पद की व्याख्या कान्ह भए बस बांसुरी केअब कौन सखि! हमको चहिहै। …
खेलत फाग सुहाग भरी अनुरागहिं लालन को धरि कै पद की व्याख्या खेलत फाग सुहाग भरी अनुरागहिं लालन …
मोर पखा सिर ऊपर राखिहौ पद की व्याख्या मोर पखा सिर ऊपर राखिहौं गुंज की माला गरे पहिरौंगी। ओढि …
या लकुटी अरु कामरिया पर पद की व्याख्या प्रसंग- या लकुटी अरु कामरिया पर पद (सवैया) अनन्य कृष्ण भक्त कवि …
मानुस हौं तो वही रसखान सवैये की व्याख्या मानुस हौं तो वही रसखान बसौ ब्रज गोकुल गाँव के ग्वारन। …
रसखान की कृष्ण भक्ति रसखान की कृष्ण भक्ति एवं काव्य सौष्ठव पर प्रकाश डालें । अथवा अथवा रसखान के …
तुलसीदास की भक्ति भावना : Tulsidas ki bhakti bhawna तुलसीदास का राम भक्ति शाखा में योगदान रेखांकित करें। अथवा …