राणा जी थे जहर दियो म्हें जाणी पद की व्याख्या
राणा जी थे जहर दियो म्हें जाणी पद की व्याख्या राणा जी थे जहर दियो म्हें जाणी। जैसे कंचन …
राणा जी थे जहर दियो म्हें जाणी पद की व्याख्या राणा जी थे जहर दियो म्हें जाणी। जैसे कंचन …
माई म्हैं तो गोविंद का गुण गास्याँ पद की व्याख्या माई म्हैं तो गोविंद का गुण गास्याँ। चरणामृत को …
नैना निपट बंकट छबि अटके पद की व्याख्या नैना निपट बंकट छबि अटके। देखत रूप मदनमोहन को, पियत पियूख …
लखियत कालिंदी अति कारी पद की व्याख्या लखियत कालिंदी अति कारी। अहौ पथिक कहियौ उन हरि साँ, भयी बिरह …
बिन गोपाल बैरिनि भई कुंजैं पद की व्याख्या बिन गोपाल बैरिनि भई कुंजैं। तब ये लता लगति अति सीतल, …
ऊधौ भली करी ब्रज आए पद की व्याख्या ऊधौ भली करी ब्रज आए बिधि कुलाल कीन्हे काँचे घट, ते …
मधुकर स्याम हमारे चोर पद की व्याख्या प्रसंग आचार्य रामचंद्र शुक्ल द्वारा संपादित ‘भ्रमरगीत सार’ से उद्धृत पद मधुकर …
कान्ह भए बस बांसुरी के पद की व्याख्या कान्ह भए बस बांसुरी केअब कौन सखि! हमको चहिहै। …
खेलत फाग सुहाग भरी अनुरागहिं लालन को धरि कै पद की व्याख्या खेलत फाग सुहाग भरी अनुरागहिं लालन …
मोर पखा सिर ऊपर राखिहौ पद की व्याख्या मोर पखा सिर ऊपर राखिहौं गुंज की माला गरे पहिरौंगी। ओढि …